महाराजा पर भारी पड़े राजा, एक वोट ने दिया मौका, टशन फिर शुरू
मध्य प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव में राजा, महाराजा पर भारी पड़े हैं. कांग्रेस से भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनकर राज्यसभा तो पहुंचे हैं लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव में उनपर भारी पड़ते नजर आए हैं. यह वह अब जताने की भी कोशिश कर रहे हैं.
कांग्रेस की ओर से राज्यसभा के लिए चुने गए दिग्विजय सिंह को कुल 57 वोट मिले हैं. दिग्विजय का कहना है कि उन्हें 54 वोट अपनी पार्टी के विधायकों से मिले हैं. जबकि तीन वोट अन्य से मिले हैं. जिनका उन्होंने शुक्रिया अदा किया है.
दिग्विजय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राज्यसभा के लिए उन्हें 54 वोट अपनी पार्टी के विधायकों के मिले. जबकि तीन और वोट जिन लोगों ने उन्हें दिए हैं वह उनका शुक्रिया अदा करते हैं.
दिग्विजय सिंह को ही सबसे ज्यादा 57 वोट मिले हैं. जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनसे एक वोट कम मिला है. दिग्विजय सिंह के ट्वीट में वोटों की संख्या का जिक्र सिंधिया पर टशन के तौर पर देखा जा रहा है.
माना जा रहा है कि उन्होंने ऐसा लिखा ताकि बता सकें कि उन्हें जो वोट मिले वह मध्य प्रदेश में किसी प्रत्याशी को मिले सबसे ज्यादा वोट हैं. सिंधिया को 56 वोट मिले हैं. दिग्विजय को अपनी पार्टी के विधायकों के अलावा एक वोट निर्दलीय का मिला. जबकि एक वोट बीजेपी विधायक के क्रॉस वोट करने से मिला.
हालांकि कांग्रेस के दूसरे प्रत्याशी फूल सिंह बरैया को 36 वोट ही मिल पाए. सिंधिया को 56 और बीजेपी के दूसरे प्रत्याशी सुमेर सोलंकी को 55 वोट मिले. बीजेपी का एक वोट रिजेक्ट हुआ.
ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब भी दिग्विजय और उनके बीच 36 का आंकड़ा माना जाता रहा है. बताया जाता है कि राज्यसभा में कांग्रेस के प्रत्याशियों की चर्चा में सिंधिया को राज्यसभा भेजने पर सहमती नहीं बन रही थी जिसके पीछे की वजह दिग्विजय सिंह को माना गया था.
The post महाराजा पर भारी पड़े राजा, एक वोट ने दिया मौका, टशन फिर शुरू appeared first on AKHBAAR TIMES.